इस मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में मत्स्य सब्सिडी, खाद्य सुरक्षा सब्सिडी,कोविड-19 वैक्सीन और कोविड-19 उपकरणों पर बौद्धिक संपदा का अधिकार और ई-कॉमर्स जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। गौरतलब है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका द्वारा अक्टूबर 2020 में डब्ल्यूटीओ में प्रस्ताव दिया गया कि कोविड-19 वैक्सीन और कोविड-19 के इलाज के लिए जरूरी उपकरणों पर किसी प्रकार का पेटेंट लागू नहीं हो। भारत चाहता है कि कोविड-19 की वैक्सीन के निर्माण पर किसी देश का एकाधिकार नहीं रहे। इस प्रस्ताव को अब तक अमेरिका सहित साठ से अधिक देश समर्थन दे चुके हैं। इस सम्मेलन में डब्ल्यूटीओ इस मुद्दे पर चर्चा करेगा की पेटेंट दिया जाए या नहीं दिया जाए।
इस सम्मेलन में खाद्य सुरक्षा सब्सिडी को लेकर भी चर्चा संभावित है। भारत में किसानों को दी जाने वाली सब्सिडी का विकसित देश लगातार विरोध करते रहे हैं। 2013 में बाली में आयोजित सम्मेलन में ‘पीस क्लॉज’ के तहत भारत को सब्सिडी देने के लिए छूट दी गई। इस पीस क्लॉज़ के अंतर्गत व्यवस्था की गई कि कोई भी विकासशील देश यदि पैदावार की कीमत का 10 प्रतिशत से ज्यादा सब्सिडी देता है तो कोई अन्य देश इस बात पर आपत्ति नहीं करेगा। 2022 के बाद भारत सब्सिडी दे पाएगा या नहीं इस बारे में इस सम्मेलन में चर्चा हो सकती है।
इस मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में मत्स्य पालन सब्सिडी के मुद्दे की भी गूंज सुनाई देगी। डब्ल्यूटीओ का प्रस्ताव है कि विकसित और विकासशील देशों को फिशिंग सब्सिडी बंद कर देनी चाहिए। इस प्रकार की सब्सिडी से अवैध, असूचित और अनियंत्रित (आईयूयू ) फिशिंग को बढ़ावा मिलता है। भारत इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करता है। भारत का कहना है कि विकसित देश अपने मछुआरों को ज्यादा सब्सिडी देते हैं और पड़ोसी देशों की सीमा में प्रवेश कर अवैध रूप से मछली पकड़ने का काम करते हैं। 2017 में अर्जेंटीना में आयोजित सम्मेलन में इस मुद्दे पर चर्चा हुई लेकिन आगामी सम्मेलन के लिए इस मुद्दे को स्थगित कर दिया गया। इस सम्मेलन में ई-कॉमर्स कंपनियों पर टैक्स लगाने, डब्ल्यूटीओ में सुधार जैसे मुद्दे पर भी चर्चा होगी। साथ ही साथ सम्मेलन में ब्राजील के प्रस्ताव जिसमें कहा गया हैं कि यह सम्मेलन हर वर्ष होना चाहिए इस पर भी चर्चा संभावित है।
बता दें कि डब्ल्यूटीओ की 12वा मंत्रिस्तरीय सम्मेलन जून 2020 में कजाकिस्तान की राजधानी नूरसुल्तान में होना था लेकिन कोविड-19 के कारण नहीं हो पाया। अब यह सम्मेलन जिनेवा में हो रहा है जहां डब्ल्यूटीओ का मुख्यालय भी है। विश्व व्यापार संगठन की स्थापना 1995 में हुई जिसका उद्देश्य देशों के बीच मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है। मंत्रिस्तरीय डब्ल्यूटीओ का मुख्य सम्मेलन होता है। यह सम्मेलन प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित होता है। लेकिन कोविड के कारण इस बार यह सम्मेलन चार साल बाद आयोजित हो रहा है।
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